मेरे साथ वो तमाम ख्वाब समेटके ले आया था मै। शोर-ओ-गुल मेँ सच्ची ज़ुबान के ज़ायके से अरसो बाद मिला। मेरे साथ वो तमाम ख्वाब समेटके ले आया था मै। शोर-ओ-गुल मेँ सच्ची ज़ुबान के ज़ायके स...
सुखद संयोग सुखद संयोग
हम सब अक्सर बड़ों की सब बातें उनकी सनक कह कर टाल देते हैं और उनके तजुर्बे की कद्र नहीं हम सब अक्सर बड़ों की सब बातें उनकी सनक कह कर टाल देते हैं और उनके तजुर्बे की कद्...
आज इस निरन्तर यात्रा का पड़ाव आ ही गया। आज इस निरन्तर यात्रा का पड़ाव आ ही गया।
संस्मरण लिखना और उनके दिए नैतिक मूल्यों पर ताउम्र चलना उस नेक आत्मा के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। संस्मरण लिखना और उनके दिए नैतिक मूल्यों पर ताउम्र चलना उस नेक आत्मा के लिए सच्ची...